आखिरकार बैसला के आंदोलन से भारी भीड़ के साथ लगा जाम, रेल्वे ने ट्रेनों का संचालन किया बंद
गुर्जर समाज द्वारा आरक्षण के लिए दी गई समय सीमा खत्म होने के साथ ही किरोड़ी सिंह बैंसला ने रेलवे ट्रैक की तरफ कूच का ऐलान कर दिया है। उन्होंने कहा कि सबसे आगे बैंसला खुद रहेंगे। वहीं युवा सबसे पीछे रहेंगे। शांति पूर्ण तरीके से प्रदर्शन किया जाएगा। जिसे देखते हुए रेलवे ने दिल्ली-मुंबई रेल ट्रैक पर ट्रेनों को रोक दिया है। सवाई माधोपुर के मलारना डूंगर में चौहानपुरा-मकसूदनपुरा में देवनारायण मंदिर पर महापंचायत के दौरान कूच का ऐलान किया गया। करीब 4 हजार लोग इस दौरान बैंसला के साथ रेलवे ट्रेक पर हैं। इसके मद्देनजर पटरियों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है और आरएसी की 17 कंपनियां भी तैनात की गई है
दिल्ली से आने वाली ट्रेने बयाना में खड़ी की गईबै
बैसला के साथ प्रदर्शन कर रहे लोग कोटाली ट्रेक पर बैठे हैं। गुर्जर आंदोलन की शुरुआत के साथ ही रेलवे ने दिल्ली से आने वाली ट्रेनों को बयाना में खड़ा कर दिया है। वहीं सवाई माधोपुर गंगानगर में भी ट्रेनों को आगे जाने से रोक दिया गया है। अवध एक्सप्रेस को भी सवाई माधोपुर में रोक दिया गया है। रेलवे ने इन ट्रेक पर सभी ट्रेनों का संचालन बंद कर दिया है।
सरकार बातचीत के लिए तैयार
अशोक गहलोत ने कहा कि सरकार बातचीत के लिए तैयार है। इसके साथ अधिकारियों से पूरे मामले की जानकारी भी ली। वहीं बैंसला का कहना है कि किसी भी बातचीत के लिए सरकार को ट्रेक पर ही आना पड़ेगा।
अशोक गहलोत ने कहा कि सरकार बातचीत के लिए तैयार है। इसके साथ अधिकारियों से पूरे मामले की जानकारी भी ली। वहीं बैंसला का कहना है कि किसी भी बातचीत के लिए सरकार को ट्रेक पर ही आना पड़ेगा।
यह है गुर्जर समाज की मांग
गुर्जर समाज की मांग है कि सरकार सभी प्रक्रिया पूरी करके पांच प्रतिशत आरक्षण बैकलाग के साथ दे। इससे पहले 24 सितंबर 2015 को विधानसभा में एसबीसी विधेयक पारित हुआ था। राज्य सरकार ने 16 अक्टूबर 2015 को नोटिफिकेशन जारी करते हुए इसे लागू किया। ये 14 महीने चला और 9 दिसंबर 2016 को हाईकोर्ट ने खत्म किया। अब सुप्रीम कोर्ट में मामला चल रहा है।
रिपोर्ट सवाई माधोपुर (जीतराम गुर्जर)
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