मामला महाराष्ट्र के भंडारा जिले का हैं जहां जिला अस्पताल में देर रात शॉर्ट सर्किट की वजह से सिक न्यूबॉर्न केयर यूनिट में आग लग गई
पिछले साल 2020 को बीते अभी 10 दिन भी नहीं हुए की नए साल में महाराष्ट्र में एक दर्दनाक घटना ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया हैं महाराष्ट्र के भंडारा से एक दर्दनाक घटना सामने आई हैं जिसमे एक सरकारी हॉस्पिटल में आग लगने से 10 नवजात बच्चों की मौत हो गई जहाँ बच्चों के वार्ड में 17 नवजातो को रखा गया था डॉक्टर प्रमोद खंडाते जो जिला हॉस्पिटल के सिविल सर्जन हैं उन्होंने कहा की शनिवार देर रात एक नर्स को इस वार्ड से धुआं निकलता दिखा जिसके बाद हादसे की जानकारी मिली इस दर्दनाक घटना के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा की महाराष्ट्र के भंडारा में यह दिल दहला देने वाली त्रासदी हैं जहां हमने बच्चों के कीमती जीवन को खो दिया हैं मेरे विचार इस दुख मे दुखी परिवारों के साथ हैं मुझे उम्मीद है कि घायल बच्चे जल्द से जल्द ठीक हो जाएंगे वही केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा की महाराष्ट्र के भंडारा जिला अस्पताल में लगी आग बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है साथ ही घटना पर दुख व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने इस दर्दनाक घटना के बाद
जांच के आदेश दे दिए हैं वही राज्य के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने कहा सरकार ने यह पता लगाने के लिए एक उच्च स्तरीय जांच का आदेश दे दिया है कि क्या आग लगने का कारण शॉर्ट सर्किट था या एयर कंडीशनर की खराबी आपको बता दें कि ये पूरा मामला महाराष्ट्र के भंडारा जिले का हैं जहां जिला अस्पताल में देर रात शॉर्ट सर्किट की वजह से सिक न्यूबॉर्न केयर यूनिट में आग लग गई थी आग लगने के समय इस वार्ड में कुल 17 बच्चे थे धुआं निकलते देख नर्स और अस्पताल के लोग दौड़कर वार्ड मे पहुंचे लेकिन तब तक 10 नवजात बच्चों की मौत हो चुकी थी एक डॉक्टर ने बताया कि जान गंवाने वाले 10 नवजात बच्चों की आयु एक महीने से तीन महीने के बीच थी उन्होंने बताया कि इनमें से आठ लड़कियां और दो लड़के थे आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इस वार्ड में उन्हीं बच्चों को रखा जाता है, जिनकी हालत नाजुक होती है और जिनका वजन भी बेहद कम होता है वही इन नवजात बच्चों की दर्दनाक मौत के बाद उनके परिजनों का इस घटना के बाद बुरा हाल है और अस्पताल के बाहर लोगों की भीड़ लग गई है कई लोग आग लगने की इस घटना की जांच किये जाने की मांग कर रहे हैं वही कई लोग इसे अस्पताल की लापरवाही मान रहे हैं
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