रेलवे के इतिहास में पहली बार एक पूरी मालगाड़ी का परिचालन सिर्फ महिलाओं की टीम द्वारा कर पश्चिम रेलवे के लिए यादगार दिन बनाया
जी हाँ मुंबई से एक ऐसी तस्वीर सामने आई है जो नारी शक्ति के जज्बे को सलाम करने के लिए काफ़ी है। रेलवे के इतिहास में पहली बार एक पूरी मालगाड़ी का परिचालन सिर्फ महिलाओं की टीम द्वारा किया गया आज भारत की महिलाये और बेटियां किसी भी काम में पुरुषों से पीछे नहीं हैं वो पुरुषो के साथ कंधे से कंधे मिलाकर काम करती है इसलिए महिलाये हर फील्ड में अपनी सफलता का परचम लहरा रही हैं फिर चाहे वो पुलिस विभाग हो या खेल का मैदान या फिर सेना,वह हर जगह अपनी अमित छाप छोड़ रही हैं आपको बता दे मंगलवार को मुंबई के
वसई रोड स्टेशन से चली मालगाड़ी ट्रेन बुधवार को गुजरात के वडोदरा पहुंची जैसे ही यह मालगाड़ी वडोदरा स्टेशन पहुंची तो वहां पर मौजूद हर व्यक्ति ने इन महिलाओं को सलाम किया साथ ही हार पुष्प देकर ताली बजाकर इनका स्वागत किया आपको बता दे वेस्टर्न रेलवे रूट पर चली इस मालगाड़ी को सिर्फ महिलाओं ने चलाया वेस्टर्न रेलवे के चीफ ऑफिसर आलोक कंसल ने मीडिया से बात करते हुए महिलाओं के इस कदम को महिला सशक्तिकरण का एक शानदार उदाहरण बताया उन्होंने कहा यह वास्तव में पश्चिम रेलवे के लिए एक यादगार दिन है यह देश की सभी महिलाओ के लिए अनुकरणीय आदर्श मॉडल है इन्होंने अपनी
मेहनत और जज्बे से जो मिसाल पेश की है इसकी जितनी भी तारीफ की जाए वह कम होंगी वहीं सुमित ठाकुर जो वेस्टर्न रेलवे के चीफ जनसंपर्क अधिकारी है उन्होंने बताया की 5 जनवरी, 2021 को वसई रोड से वडोदरा तक जाने वाली मालगाड़ी को लोको पायलट कुमकुम सूरज डोंगरे, सहायक लोको पायलट उदिता वर्मा और गुड्स गार्ड आकांक्षा राय के सम्पूर्ण महिला क्रू द्वारा परिचालित किया गया था रेलवे जनसंपर्क अधिकारी ने कहा कि वडोदरा के लिए ही नहीं बल्कि पूरे देश के लिए आज गर्व करने वाला दिन है पश्चिम रेलवे के लिए ये बहुत बड़ी सफलता माना जा रहा है इससे ज्यादा खुशी और गर्व की बात क्या हो सकती है जब महिला चालक दल द्वारा किसी मालगाड़ी का पूरा परिचालन किया गया हो यह इतिहास ऐसे समय मे रचा गया है जब लोको पायलटों और गार्ड के पदों पर नौकरी के लिए महिलाएं बहुत कम आगे आती हैं ऐसे मे इन महिलाओ का यह कार्य तारीफे काबिल है और दूसरी महिलाओं के लिए प्रेरणादायक जरूर होगा
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