उत्तरप्रदेश के भदोही मे न्यूज 99 के प्रधान संपादक जयप्रकाश दुबे के भाई पूर्व प्रधान संजय दुबे पर जानलेवा हमला बदमाशों द्वारा की गई ताबड़तोड़ फायरिंग
उत्तरप्रदेश के भदोही से पूर्व प्रधान संजय दुबे और उनके पुत्र सुंदरम दुबे अपने रिश्तेदार मनोज दुबे के यहाँ 21जून को तेरहवीं के निमंत्रण में शामिल होने के लिए गये थे जहां से लौटते समय रात को करीब 8 बजकर 20 मिनट पर 4 से 5 बदमाशों ने उनका रास्ता रोककर उन पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी उस समय पूर्व प्रधान संजय दुबे और उनके पुत्र अपने वाहन से घर लौट रहे थे, लेकिन घर पहुंचने से पहले ही रास्ते में घात लगाए बैठे लोगों ने
उनकी गाड़ी और उनपर ताबड़तोड़ फायर कर दी जिसमे पूर्व प्रधान को तीन गोलिया लगी जिनसे वो घायल हो गये और उनके वाहन के शीशे चकनाचूर हो गये इसी बीच लगातार फायरिंग की आवाज सुनकर आसपास के लोग उन्हें बचाने के लिए दौड़ पड़े और घायल पूर्व प्रधान को प्रतिमा हास्पिटल एंड ट्रामा सेंटर मे भर्ती करवाया गया जहां डाक्टरों ने कड़ी मशक्कत और ऑपरेशन के बाद उनके बदन से एक गोली निकालीं, और दूसरी गोली उनके
कमर के पास फसी होने की वजह से और उनकी नाजुक हालत को देखते हुए उन्हें वाराणसी के सिंह मेडिकल अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया था जहाँ उनका इलाज चल रहा है यह वारदात सुरियावां के ग्रामसभा सराय क्षत्रशाह बनकट में हुई जानकारी के मुताबिक पूर्व प्रधान संजय दुबे का पड़ोस के कुछ लोगों से मनमुटाव चल रहा था पूर्व प्रधान के परिजनों के मुताबिक बीती रात घर लौटते समय गांव के ही चार से पांच बदमाशों ने पूर्व
प्रधान संजय दुबे का रास्ता रोका और जैसे ही संजय दुबे गाड़ी रोककर गाड़ी से बाहर निकले तो उन्हें गालिया देते हुए कई राउंड फायर झोंक दिए जिससे इस हमले मे संजय दुबे को संभलने का भी मौका भी नहीं मिला वही प्रतिमा हॉस्पिटल के वरिष्ठ चिकित्सक के मुताबिक पूर्व प्रधान संजय दुबे को तीन गोलिया लगी थी और एक गोली उनके कमर मे फसी होने के कारण और इस मामले की गंभीरता को देखते हुए पूर्व प्रधान को वाराणसी के सिंह मेडिकल अस्पताल मे रेफर कर दिया गया था वही संजय दुबे के भाई और न्यूज 99 के संपादक जयप्रकाश दुबे का कहना है की
उनके शरीर से ऑपरेशन करके गोलिया निकाली गई है इसके बावजूद पुलिस प्रशासन का यह कहना की उनको छरा लगा है पुलिस इस मामले मे लीपापोती कर कुछ अपराधियों को बचाने का काम कर रही है उनका कहना है की अगर एक न्यूज पेपर के संपादक के भाई पर इतना बड़ा जानलेवा हमला होने के बाद भी उन्हें प्रशासन से न्याय नहीं मिल रहा है तो आम जनता न्याय की उम्मीद कैसे करेंगी वही दूसरी तरफ मुख़्यमंत्री आदित्यनाथ योगी के राज मे इस तरह बेखौफ होकर जानलेवा हमला होना यही दर्शाता है की बदमाशों को अभी भी कानून का कोई खौफ नहीं है वही दूसरी तरफ पुलिस पूर्व प्रधान के ऊपर कातिलाना हमला करने के मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार कर अपनी पीठ थपथपा रही है
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